शतरंज ओलंपियाड में चीटिंग के चार मामले दर्ज - फीडे
किसी भी नयी और बेहतर प्रयास के साथ कुछ विसंगतियाँ भी सामने आती है और ऐसा ही कुछ हुआ है फीडे चेस ओलंपियाड में जहां पर फीडे नें यह स्वीकार किया है की कम से कम चार मामले खेल भावना के विपरीत दर्ज किए गए है मतलब ऑनलाइन ओलंपियाड खेल रही टीम के कुछ खिलाड़ियों के खिलाफ एंटी चीटिंग नियमों की अवहेलना के आरोपो को सही पाया गया है और फीडे नें इन सभी खिलाड़ियों के बनाए अंको को शून्य घोषित कर दिया है साथ ही एक जांच समिति भी गठित कर दी गयी है जो मामले की गहराई से जांच करेगी । पर सवाल यह है की क्या मुख्य मुक़ाबले शुरू होने से पहले फीडे इन सभी समस्याओं से पार पा पाएगा ? पढे यह लेख
विश्व शतरंज संघ नें अपनी जांच में चार मामलो की पुष्टि की है ये मामले माली (बेस डिवीजन, पूल बी), ब्रुनेई दारुस्सलाम (डिवीजन 4, पूल ए), हांगकांग (डिवीजन 4, पूल ए), और निकारागुआ (डिवीजन 4, पूल ई) के चार खिलाड़ियों को प्रभावित करते हैं।
फीडे की जारी की गयी विज्ञप्ति
हिन्दी अनुवाद
ऑनलाइन ओलंपियाड फेयर प्ले पैनल ने चार मामलों की पहचान की है जिसमें यह विश्वास करने के लिए पर्याप्त आधार हैं कि फेयर प्ले रेगुलेशन का उल्लंघन किया गया है।
ऑनलाइन ओलंपियाड में इन खिलाड़ियों के सभी परिणामों को हार में बदल दिया गया है, और जहां लागू होता है उन्हें टूर्नामेंट में आगे भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। टूर्नामेंट अधिकारियों और संबंधित टीम के कप्तानों को इस आशय की जानकारी दी गई है।
ये मामले माली (बेस डिवीजन, पूल बी), ब्रुनेई दारुस्सलाम (डिवीजन 4, पूल ए), हांगकांग (डिवीजन 4, पूल ए), और निकारागुआ (डिवीजन 4, पूल ई) के चार खिलाड़ियों को प्रभावित करते हैं।
यदि आपकी टीम इन समूहों में से किसी से संबंधित है, तो कृपया अपडेट किए गए परिणामों के लिए वेबसाइट देखें, यह देखने के लिए कि आपके पूल में स्टैंडिंग प्रभावित हुई है या नहीं।
FIDE किसी भी अधिक जानकारी का खुलासा नहीं करेगा या इस मामले पर किसी भी जांच का जवाब तब तक नहीं देगा जब तक कि पूरी जाँच नहीं हो जाती।
फीडे प्रेसिडेंट अरकादी द्वारकोविच नें अब तक के अपने कार्यकाल मे खेल को आगे ले जाने के लिए वाकई अच्छा काम किया है अब देखना होगा की वह और उनकी टीम इस नई चुनौती का सामना कैसे करती है । हालांकि अभी यह मामले नीचे के स्तर पर हुए है और ऐसे मे यह जरूरी है की इस बात की तसदीक की जाये की जब मुख्य वर्ग के मुक़ाबले हो तब शीर्ष खिलाड़ियों के मन में किसी तरह की शंका ना हो क्यूंकी एक भी अनुचित परिणाम का मतलब ना सिर्फ उस खिलाड़ी या टीम की हार होगी बल्कि खेल की और खेल भावना की हार होगी जो फीडे कतई नहीं चाहेगा ।