प्रग्गानंधा नें रचा इतिहास :सबसे कम उम्र में 2600 पार !
भारत के नन्हें शतरंज सम्राट के लिए नए रिकार्ड बनाना जैसे एक आदत बन गयी है । विश्व यूथ शतरंज चैम्पियन ग्रांड मास्टर आर प्रग्गानंधा नें आखिरकार इतिहास बनाते हुए 2600 रेटिंग का आंकड़ा पार कर लिया और प्रग्गा नें ऐसा 14 वर्ष 3 माह और 24 दिन की आयु मे किया । इससे पहले निहाल सरीन ने 14 वर्ष 10 माह की उम्र में यह आंकड़ा पार किया था तो इस तरह प्रग्गानंधा सबसे कम उम्र के ऐसे भारतीय खिलाड़ी बन गए जिन्होने यह स्तर हासिल किया । विश्व स्तर पर ऐसा करने वाले वह दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने और वर्तमान ग्रांड मास्टर में पहले खिलाड़ी । इसके साथ ही लंदन चेस क्लासिक फीडे ओपन में उन्होने 6.5 अंक बनाते हुए एकल बढ़त हासिल कर ली है और अगर उनकी यही रफ्तार जारी रही तो वह खिताब भी हासिल कर सकते है । भारत के अरविंद चितांबरम और औस्ट्रेलिया के अंटोन स्मिरनोव 6 अंक बनाकर सयुंक्त दूसरे स्थान पर चल रहे है । पढे यह लेख देखे प्रग्गा की जीत का विडियो
प्रग्गानंधा नें रचा इतिहास – बने 2600 अंक छूने सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी
आखिरकार वह कारनामा हो गया जिसका अंदाजा शतरंज दुनिया को पहले ही हो गया था । लंदन चेस क्लासिक के सातवे राउंड मे भारत के नन्हें ग्रांड मास्टर आर प्रग्गानंधा नें प्रतियोगिता के दूसरे सीड खिलाड़ी फ्रांस के ग्रांड मास्टर जूलेस मौस्सार्ड को पराजित करते हुए अपनी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग को 2600 अंक के पार पहुंचा दिया और ऐसा करने वाले वह दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए तो भारतीय शतरंज इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी ।
प्रग्गा नें यह कारनामा 14 वर्ष 3 माह और 24 दिन की आयु में कर दिखाया इसके साथ ही उन्होने पिछले वर्ष यह रिकार्ड कायम करने वाले भारत की एक और युवा प्रतिभा निहाल सरीन को पीछे छोड़ा , निहाल नें यह कारनामा 14 वर्ष 10 माह की उम्र में किया था । विश्व स्तर पर अमेरिका के जान बुर्के नें 14 साल 2 माह की उम्र में यह रिकार्ड बनाया था पर गौर करने वाली बात यह है की प्रग्गा नें यह काम ग्रांड मास्टर रहते हुए किया जिसे सबसे कठिन माना जाता है।
Pairings/Results
Round 8