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चैसबेस इंडिया ट्रेनिंग कैंप : एक मजबूत भविष्य की शुरुआत

by Niklesh Jain - 06/04/2023

शतरंज के खेल में हर कोई अपने खेल को बेहतर करना चाहता है , इस खेल को प्यार करने वाले किसी ना किसी तरीके से अपने खेल  में और सुधार करने के लिए प्रयास करते रहते है ,कोई लगातार टूर्नामेंट खेलता रहता है तो कोई किताबों को अपना सहयोगी बना लेता है ,कोई सॉफ्टवेयर या आधुनिक ऑनलाइन विडियो की मदद से अपने ज्ञान को बढ़ा रहा है , लेकिन शतरंज में आगे बढ्ने के लिए उचित और सही प्रशिक्षण हर दौर की तरह इस दौर में भी बेहद महत्वपूर्ण है और आज भी लोग इस "सही" की खोज में लगे रहते है ,जहां से उन्हे कुछ ऐसा ज्ञान मिले जो वाकई उनके खेल को एक नयी दिशा दे सके , चेसबेस इंडिया नें इसी दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया जब मार्च माह में हमने भोपाल में चेसबेस इंडिया अकादमी की शुरुआत एक ट्रेनिंग कैंप के साथ की । भारत के अलग अलग राज्यो से कुल 11 खिलाड़ियों नें इस कैंप में भाग लिया ,आइये जुड़े हमारे साथ इस यात्रा में और जाने कैसा रहा हमारा और प्रतिभागियों का अनुभव !

चैसबेस इंडिया ट्रेनिंग कैंप - एक मजबूत भविष्य की शुरुआत 

भारत शतरंज की दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ देश है और हर वर्ष  लाखो की संख्या में नए खिलाड़ी इस खेल से जुडते जा रहे है साथ ही उन लोगो की संख्या भी बढ़ रही है जो इस खेल को अपना भविष्य बनाना चाहते है पर शतरंज जैसे खेल में सही और उचित प्रशिक्षण का महत्व भी हर दिन बढ़ता जा रहा है  यह  एक ऐसा क्षेत्र है जहां सारे देश में हमारे पास आज भी गिने चुने स्थान है । चैसबेस इंडिया काफी समय से इस क्षेत्र में अपना सहयोग देना चाहता था और हमने यूट्यूब चैनल के माध्यम से पिछले चार वर्षो से जो प्रयास शुरू किया था आज भी वह अनवरत जारी है और वर्तमान में करीब 12 लाख लोगो तक हर रोज खेल का बारीक विश्लेषण पहुँच रहा है । खैर इसके अगले कदम के तौर पर हमने पिछले माह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चैसबेस इंडिया ट्रेनिंग अकादमी की शुरुआत की और इसके साथ ही पहला फिजिकल शतरंज ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया । 14 से 19 मार्च के दौरान इस कैंप में भारत के अलग अलग राज्यो से कुल 11 शतरंज खिलाड़ियों नें भाग लिया । आइये देखते है इस लेख में कैसा रहा हमारा यह अनुभव 

कैंप में हमने इस बार कोई उम्र की सीमा नहीं रखी थी और इसमें भाग लेने के लिए कोलकाता , पुणे , गुड़गाँव , हैदराबाद , बेंगलोर ,आगरा ,उत्तराखंड ,जबलपुर और भोपाल से खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने के लिए आए । 12 बार की कोलम्बिया नेशनल चैम्पियन महिला इंटरनेशनल मास्टर एंजेला फ़्रांकों और फीडे इंस्ट्रक्टर निकलेश जैन के लिए इन सभी को इनके खेल को बेहतर करने में मदद करना सबसे बड़ी चुनौती थी । 

 

कैंप के लिए हमने हर दिन के लिए कुछ खास विषय को चुना था और इस तरह लगातार पाँच दिन हमने उन्ही विषय पर खास काम किया । अंतिम दिन खेलो चैस इंडिया रैपिड टूर्नामेंट खिलाड़ियों के लिए एक खास आकर्षण था 

हर दिन करीब 8 घंटे तक कडा परिश्रम करना था और ऐसे में दिन की शुरुआत हम ध्यान से करने का निर्णय लिया 

ध्यान , साँसो पर नियंत्रण और संतुलित शुरुआत 

कैंप की शुरुआत हमने हर दिन एक खास सेशन से की और यह था ध्यान का समय , हर दिन कैंप का आरंभ 30 मिनट के इस खास कक्षा से होती थी , जिसमें एक शतरंज खिलाड़ी के लिए साँसों पर नियंत्रण की तकनीकों और खेल के दौरान आने वाले भावनात्मक लम्हो को सही तरीके से प्रबंधित करने पर चर्चा की जाती थी ।

पहला दिन - कैलक्युलेशन ( गणना )

किसी भी शतरंज खिलाड़ी के जीवन में सही अंदाज में कैलक्युलेशन करना सबसे जरूरी विधा होती है ,आज दुनिया भर मे कई दिग्गज खिलाड़ी अपनी इसी खास क्षमता के चलते जाने जाते है ।तो कैंप के पहले दिन हमने इसी विषय पर करीब 8 घंटे से भी ज्यादा प्रशिक्षण दिया । इस दौरान चालो के चयन , तुलनात्मक मापदंड और चालों केचयन के लिए खास उदाहरण और तकनीकों का अध्ययन किया गया । 

सफ़ेद की चाल , क्या चलेंगे आप ? और सोचे कितना दूर तक देख सकते है आप !

दूसरा दिन - आर्ट ऑफ एनालिसिस ( विश्लेषण की कला )

यह विषय कैंप की शुरुआत से ही हमारे लिए बेहद खास था की हम हर खिलाड़ी को उनके खेल का विश्लेषण कैसे करना है इसके बारे में विस्तार से सिखा सके और यह दिन बीता भी बड़ा शानदार , हमने कुछ अब तक के बेहतरीन खेल विश्लेषण को अध्ययन किया । इस दौरान हर प्रतिभागी नें कैंप में बताए गए तकनीक के अनुसार अपने खेल का खुद से विश्लेषण किया और यह सबसे बड़ी सफलता रही । 

इस दिन हमने ग्रांड मास्टर जेस्सी क्राइ का एक बेहद खास मैच का विश्लेषण का अध्ययन किया 

इस खेल और विश्लेषण को और गहराई से जानने के लिए सागर शाह द्वारा लिखा गया यह लेख पढे 

तीसरा दिन - पान स्ट्रक्चर ( प्यादो की संरचना )

.कहते है की शतरंज के खेल में अगर आपने प्यादो के स्वभाव और उनकी संरचना को अच्छे से समझ लिया तो आप खेल को ज्यादा बेहतर तरीके से संचालित कर सकते है और हमारा अगला विषय वही था । 

दो बेहद ज्यादा मेहनत के बाद तीसरा दिन सभी के लिए एक साथ कई जानकारी लेकर आया ,अलग अलग प्यादो की संरचना में ,अलग अलग मोहरो की स्थिति और तालमेल पर हमने बात की , तीसरे दिन हमने आइसोलेटेड़ , हैंगिंग , डबल , बेकवर्ड और पासर प्यादे के बारे में सब कुछ जाना , कब कौन अच्छा या खराब होता है इसका अध्ययन किया 

काले की चाल , क्या खेलेंगे आप ?

चौंथा दिन - पोजिसनल चैस (स्थितीय शतरंज )

शतरंज के 10 में से 9 खिलाड़ी बिना किसी सही प्रशिक्षण के खेलना शुरू कर देते है और परिणाम स्वरूप उन्हे अपने जीवनभर पोजिसनल शतरंज के बारे में उचित जानकारी नहीं  होती और हमेशा इसी शंका के चलते वह बोर्ड पर सही निर्णय नहीं ले पाते ,  कैंप की शुरुआत से ही यह यह एक ऐसा विषय था जिसे पहले दिन से ही सही तरीके से प्रस्तुत करना हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण था ,यह बेहद जरूरी था की कैंप में भाग लेने वाला हर खिलाड़ी पोजिसनल शतरंज की सही परिभाषा समझ सके । इस दिन हमने खेल में कमजोरियों और उनके प्रकार , आने वाले खतरे को समझना  और उसकी रोकथाम और अपने मोहरो को बेहतर बनाने जैसे विषय पर गहन अध्ययन किया ,

इस स्थिति मे सफ़ेद का सबसे खराब मोहरा कौन सा है और आप उसके कैसे बेहतर करेंगे ? जबाब खोजे और ना मिले तो नीचे वाला उदाहरण देखे 

सागर शाह का यह खेल आपके खेलने का तरीका बदल सकता है 

पाँचवाँ दिन  - अटैकिंग चैस ( आक्रामक शतरंज ) 

यह शायद खेल का वो हिस्सा है जहां पर हर कोई मास्टर बनना चाहता है , हर किसी के मन में उसके विरोधी को आक्रामक अंदाज में हराने की तमन्ना होती है , पर अटैक हमेशा सफल हो ऐसा नहीं होता और अधिकतर मौको पर कई बार कई बड़े खिलाड़ी भी इसमें  असफल हो जाते है ,

आक्रामक शतरंज के लिए एंजेला का उत्साह देखने लायक था इसे समझने के लिए उनका यह मैच जरूर देखे 

आखिरी दिन हमारा इसी विषय पर केन्द्रित था की कैसे और कब आक्रमण सफल होता है और इसके लिए हमें किन बातो का ध्यान रखना चाहिए ,हमने इसके अलावा आक्रमण और उसके बचाव के कुछ बेहतरीन उदाहरण भी देखे । 

वेसली इवांचुक ने इस खेल का सफ़ेद मोहरो से बेहद आक्रामक अंदाज में खत्म किया ,क्या आप यहाँ पर वह चाल और वेरिएशन खोज सकते है ?

इन दोनों दिग्गजों के बीच हुआ यह मुक़ाबला वाकई आपको रोमांचित कर देगा 

कैंप की यह तस्वीर ट्रेनिंग के पहले और बाद के माहौल के बारे में आपको एक अंदाजा तो दे देगी 

अतिरिक्त गतिविधि 

चैसबेस इंडिया कैंप में हमारा उदेश्य साफ था की हमें सभी को एक ऐसा माहौल देना है जिसमें हर दिन 8 घंटे भी कम लगे और हर समय हम खेल को लेकर रोमांचित और ऊर्जावान महसूस करे इसी क्रम में हर रोज हमने क्लास के बाद दो घंटे का समय रखा था जिसमें हमने कुछ अलग अलग गतिविधियां प्लान की थी 

जैसे एक दिन भोपाल के वर्तमान नंबर 1 खिलाड़ी अश्विन डेनियल नें सभी से साइमल शतरंज खेला 

हर दिन शाम को हम उस दिन क विषय के अनुसार प्रतिभागी आपस में मुक़ाबला खेलते थे 

खिलाड़ियों के स्तर के अनुसार कई बार कुछ चुनौती पूर्ण प्रशनों का हल खोजना होता था 

कैंप के पांचवें दिन में सबसे महत्वपूर्ण था हमने जो भी पढ़ा उसके बारे में एक परीक्षा आयोजित की जाये और इसके लिए सभी प्रतिभागियों को 2 घंटे के समय में 15 सवालो के जबाब देने थे 

इसके अलावा हमने अपने खेल में चेसबेस सॉफ्टवेयर के प्रयोग और उपयोग पर बात की 

गुकेश से सबने की बात पूछे सवाल 

कैंप के आखिरी दिन सागर शाह नें हमें चौंका दिया क्यूंकी वह अपने साथ लेकर आए थे भारत के नंबर 2 शतरंज खिलाड़ी ग्रांड मास्टर डी गुकेश को 

गुकेश नें ना सिर्फ सभी को शुभकामना दी बल्कि सभी के एक एक सवाल के जबाब भी दिये , कई खिलाड़ियों के लिए यह उनके जीवन का सबसे यादगार पल बन गया

सुने कैसा रहा अभिभावकों का अनुभव 

छठा दिन - खेलो चैस इंडिया रैपिड टूर्नामेंट 

कैंप के छठे दिन सभी को एक दिवसीय रैपिड शतरंज टूर्नामेंट खेलने का अवसर मिला और यह उनके लिए एक मौका था अपने सीखे हुए को अमल में लाने का , हालांकि हम सभी जानते है इसमें वक्त लगता है पर लगातार पाँच दिन खेल को करीब से सीखने के माहौल का फायदा तो मिलता ही है 

खेलो चैस इंडिया रैपिड का यह दूसरा टूर्नामेंट था जिसमें भोपाल और आसपास से कुल 80 खिलाड़ियों नें भाग लिया जिसमें से करीब 30 फीडे रेटेड खिलाड़ी थे 

कैंप के प्रतिभागियों में से अंडर 8 आयु वर्ग में नक्षत्रा ,मेदान्त और अनय नें जगह बनाई 

तो सर्वश्रेष्ठ बालिका खिलाड़ी में समहिता अव्वल रही 

कैंप की एक और प्रतिभागी 1115 रेटेड सिया कौशिक नें कैंप के ठीक बाद हुए दिल्ली इंटरनेशनल और अब इंदौर इंटरनेशनल में अपनी रेटिंग में करीब 200+ अंको का इजाफा करते हुए 1300 का आंकड़ा पर कर लिया है । 

कैंप के ठीक पहले कैसा माहौल था जाने इस विडियो से  

हमारा अनुभव 

एक ट्रेनर के तौर पर यह मेरे और एंजेला के लिए एक शानदार अनुभव रहा हम दोनों ने एक ट्रेनर के तौर पर अपने 15 -15 वर्षो के अनुभव का चेसबेस इंडिया टीम जिसमें सागर शाह और अमृता मोकल का बड़ा योगदान का भरपूर इस्तेमाल किया , नयी तकनीक के साथ हमें वाकई लगता है की चेसबेस इंडिया का यह प्रयास भारतीय शतरंज में एक बड़ा योगदान देगा । 

कब होगा अगला कैंप ?

चेसबेस इंडिया का अगला कैंप 13 जून से 18 जून के बीच आयोजित होगा जिसकी जानकारी जल्द ही आपसे साझा की जाएगी 

 



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