नयी शुरुआत करेंगे - एआईसीएफ़ सचिव भारत सिंह
लगभग एक वर्ष से चला आ रहा अखिल भारतीय शतरंज संघ के विवाद का कल पटाक्षेप हो गया । मद्रास हाईकोर्ट की निगरानी मे गत दिवस जस्टिस कानन नें शतरंज संघ के चुनाव ऑनलाइन कराते हुए परिणाम घोषित कर दिये । उत्तर प्रदेश शतरंज संघ के डॉ संजय कपूर को पूर्व अध्यक्ष तमिलनाडू के पीआर वेंकटराजा के मुक़ाबले 33-31 के अंतर से अध्यक्ष चुना गया तो दिल्ली संघ के भारत सिंह चौहान को मुंबई के रविन्द्र डोंगरे के मुक़ाबले 35-29 से सचिव पद के लिए एक बार फिर चुन लिया गया । कोशाध्यक्ष के पद पर हरयाणा संघ के नरेश शर्मा को गोवा संघ के पूर्व कोषाध्यक्ष किशोर बांडेकर पर 34-30 के अंतर से चुना गया । कुल 32 राज्य और विशेष इकाइयों नें कुल 64 वोट डालकर इन सभी स्थानो पर पदाधिकारियों का चयन किया । चेसबेस इंडिया हिन्दी नें भारत सिंह चौहान से खास बातचीत की
निकलेश जैन - सबसे पहले आपको पुनः सचिव बनने की बधाई,क्या कहना है आपको इस जीत पर ?
भारत सिंह – ये एक कठिन समय है सबके लिए और सबसे पहले हम शतरंज से जुड़े लोगो के हितो के लिए मिलकर काम करेंगे और खेल को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएँगे
निकलेश जैन – आपने शतरंज के लिए विजन 2020 जारी किया था पर कोविड मे खेल का काफी नुकसान हो गया और शतरंज संघ तो पिछले एक वर्ष से लगभग गायब ही था ऐसे मे अब आपकी क्या योजना है ?
भारत सिंह – यह बहुत ही दुर्भाग्य था पर अब मैं अब खुश हूँ की इस परिस्थिति का अंत हुआ है अब शतरंज परिवार मतलब खिलाड़ियों , प्रशिक्षको, निर्णायकों ,के लिए कुछ योजनाओं को जल्द ही लाएँगे और कुछ अच्छा ही होगा ,यह एक चुनौती पूर्ण समय है और हम सब मिलकर इसे पार करेंगे ।
निकलेश जैन – अखिल भारतीय शतरंज संघ दो हिस्सो मे विभाजित हो गया था एक गुट आपके विरुद्ध था और यह चुनाव मे पराजित हुआ ,अब आगे क्या विवाद जारी रहेगा या एआईसीएफ़ आगे की तरफ देखेंगा ? आपका उनके लिए क्या कहना है ?
भारत सिंह – मैं उनसे मिलूंगा ,बात करूंगा और हम एक नयी शुरुआत करेंगे ,सब मिलकर काम करेंगे जो हो गया उसको भुलाएंगे और एक नए तरीके से शतरंज को आगे बढ़ाएँगे ।
निकलेश जैन – दुनिया के कई देशो मे ऑन द बोर्ड मुक़ाबले शुरू हो गए है भारत मे भी राष्ट्रीय चैंपियनशिप बंद पड़ी हुई है ऐसे मे आपकी ऑन द बोर्ड शतरंज को लेकर क्या योजना है और आपको कब तक इसके शुरू हो जाने की उम्मीद है ?
भारत सिंह – देखिये जैसे ही सरकार से अनुमति मिलेगी हम लोग सबसे पहले शुरुआत करेंगे क्यूंकी कई राज्यों मे अभी भी 50 से ज्यादा लोगो के साथ आने पर प्रतिबंध है ,जैसे ही नियम अनुमति देंगे हम तुरंत शुरू करेंगे , मैं समझता हूँ देश मे अब यह कोविड घट रहा है और वेक्सीन भी आ गयी है , मेरे ख्याल से जीवन और शतरंज चलना चाहिए क्यूंकी इस खेल से जुड़े हुए लोगो की जीविका है ,एक तरह का सिस्टम है जहां इस खेल से जुड़े लोग जीवनयापन करते है ,हम कम से कम ऑनलाइन चीजों को सामान्य करने का प्रयास करेंगे । जल्द ही संघ की तरफ से कुछ ऑनलाइन टूर्नामेंट शुरू होंगे
निकलेश जैन – जब हमने पिछले वर्ष शतरंज का ओलंपियाड जीता तब संघ सक्रिय नहीं था फिर भी कुछ उपलब्धियां मिली तब संघ के आधिकारिक स्थिति को लेकर विवाद थे अब आपका क्या कहना है ?
भारत सिंह – खैर वह एक बड़ी उपलब्धि थी जिस पर हर शतरंज प्रेमी को गर्व है ,पर ऐसा नहीं था की तब हम सक्रिय नहीं थे आपको याद होगा पहले राउंड मे कुछ इंटरनेट की समस्या थी हम लोगो नें होटल की व्यवस्था की चाहे वह मैंने एक संघ के सचिव होने के नाते ना करते हुए एक शतरंज प्रेमी के नाते मैंने किया पर संघ तब भी सक्रिय था आगे भी रहेगा
निकलेश जैन – आपकी पूरी एक नयी टीम आई है उम्मीद करते है एआईसीएफ़ अब बेहतर शतरंज के भविष्य के लिए काम करेगा । आप लोगो नें चेस लीग को लेकर कुछ घोषणा की है वह क्या है और कैसे होगी ?
भारत सिंह – 2013 मे शतरंज लीग को लेकर एक प्रस्ताव आया था जिसे उस समय दूरदृष्टि की कमी की वजह से स्वीकार नहीं किया गया पर अब ऐसा नहीं होगा हम जल्द से ही इस पर काम करेंगे , जैसे ही कोविड जाएगा चाहे वह चेस लीग हो , चेस इन स्कूल हो या खिलाड़ियों की सक्रिय प्रतिभागिता हो सब शुरू की जाएगी और सबसे महत्वपूर्ण एक बदलाव करने जा रहे संविधान मे जहां आपस के झगड़े जैसे राष्ट्रीय संघ और राज्य संघ के विवाद एक समिति के जरिये सुलझाए जाएँगे , कुल मिलकर कोर्ट केस को खत्म किया जाएगा और खिलाड़ियों के भी उनका हित देखने वाला एक कमीशन बनाया जाएगा
निकलेश जैन - कब तक आपको एआईसीएफ़ का कार्यालय सक्रिय होने की उम्मीद है
भारत सिंह – देखिये अभी तो सब कुछ बंद है और कोर्ट मैं अभी परिणाम जमा किए जाएँगे फिर भी हमें अपग्ले 15-20 दिनो मे कार्यालय सक्रिय होने की उम्मीद है ।
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के चुनाव मे कुल 32 इकाइयों ने प्रतिभागिता की
विजेता घोषित किए गए सभी पदाधिकारी
सभी को मिले मत
सचिव पद के दूसरे दावेदार रवीन्द्र डोंगरे से हिन्दी चेसबेस इंडिया नें संपर्क किया और उन्होने कहा की वह मौजदा घटना क्रम का अध्ययन करने के बाद ही वह कोई प्रतिक्रिया देंगे